विद्युत सलाहकार समिति में नियुक्ति का चल रहा था विरोध
उज्जैन. विद्युल सलाहकार समिति के पद से जयसिंह दरबार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने फेसबुक से यह सूचना दी। इसके बाद लोगों ने उनका समर्थन भी किया। साथ ही कुछ लोगों ने उनके फैसले को सही बताया। हालांकि इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेस कर विरोधियों पर जमकर निशाना साधा।
अब शुरू हुआ अटकलों का दौर
पिछले कई दिनों से विरोध के बाद कांग्रेस नेतृत्व भी चिंता में आ गया। साथ ही सज्जन सिंह वर्मा का भी विरोध होने लगा। ऐसे में मामले को ठंडा करने के लिए इस्तीफे ही एकमात्र रास्ता था। जिसे अपनाया गया। इसके बाद राजनीति अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बता दे कि अपनी पोस्ट में जयसिंह दरबार में सज्जन और बटुकशंकर दोनों को साधा है।
क्या है मामला
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र वि.वि. कं. लि. की जिला स्तरीय विद्युल सलाहकार समिति का गठन हुआ है। उज्जैन जिले की समिति का अध्यक्ष तराना से विधायक महेश परमार को बनाया गया है। इसी के साथ दो अशासकीय सदस्यों में रमेश्वरजी पिता धन्नालाल आंजना और जयसिंह पिता सौभागसिंह को बनाया गया है। बता दे कि जयसिंह दरबार विधानसभा चुनाव में दक्षिण से बागी हो गए थे। इन्होंने करीब 20 हजार मत से कांग्रेस का पूरा खेल बिगाड़ दिया था।
सोशल मीडिया पर विरोध का समर्थन
जयसिंह दरबार के विरोध में पोस्ट हुई। इन पोस्ट को काफी समर्थन मिल रहा है। हर कोई पार्टी विरोध कार्य करने वालों को तव्वजों दिए जाने का विरोध कर रहा है। इन पोस्ट पर कुछ लोग खुलकर लिख रहे है और विरोध में साथ देने की बात कर रहे है।