उच्च शिक्षा विभाग ने दो कॉलेज में किया प्रयोग, साल में चार बार बुलाया जाएगा बच्चों की जानकारी देने के लिए
उज्जैन. उच्च शिक्षा विभाग (mp higher education) ने बेलगाम होते स्टूडेंट को सुधारने और उसकी हर पल की रिपोर्ट पेरेंट्स (अभिभावकों) को देने के लिए अब नई तैयारी की। इसके तहत एक सत्र में चार बार अभिभावकों के साथ बैठक (parent meeting) की जाएगी। इस बैठक में स्टूडेंट की गतिविधि, उपस्थिति और उनके व्यवहार की गोपनीय रूप से भी जानकारी दी। उच्च शिक्षा विभाग ने उक्त योजना के प्रयोग के तौर पर इंदौर के दो कॉलेजों में सफल प्रयोग किया है। इस प्रयोग के दौरान अभिभावक भी काफी खुश नजर आएं।
क्यों हो गया है जरूरी
वर्तमान व्यवस्था में अभिभावकों का शैक्षणिक संस्थानों से सम्पर्क कम हो जाता है। ऐसे में कॉलेज की जानकारी और विद्यार्थियों की गतिविधि माता-पिता तक नहीं पहुंचती है। ऐसे में विद्यार्थी अनावश्यक राजनीतिक और बाहरी गतिविधियों में लिप्त होकर बिगड़ जाते है।
इनका कहना है।
शासन ने प्रारंभिक स्तर पर इंदौर के दो कॉलेज में प्रयोग किया। अब विभाग की तरफ से आदेश जारी हो गया है। प्रति सत्र में चार बैठक हर कॉलेज में होगी। उच्च शिक्षा मंत्री (Jitu Patwari ) के निर्देश पर आयोजित प्रयोग से अभिभावकों में काफी प्रसन्नता दिखाई दी।
आरजी जाटवा, अतिरिक्त संचालक इंदौर, उज्जैन संभाग।