प्रतिमा के सामने मुंहबांध कर बैठे, प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा मामला
उज्जैन. मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र वि.वि. कं. लि. की जिला स्तरीय विद्युत सलाहकार समिति में अशासकीय सदस्य के तौर पर जयसिंह पिता सौभागसिंह को शामिल करने के विरोध में कांग्रेसी खुलकर मैदान में उतर आएं है। एक फेसबुक पोस्ट से शुरू हुए विवाद को अब पूरी कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का समर्थन मिलता जा रहा है। हर कांग्रेस अब उक्त नियुक्ति पार्टी विरोधी बता रहा है। दूसरी तरफ विरोध के सुर सोशल मीडिया से जमीन पर आ गए है। कांग्रेसियों के एक समूह ने सोमवार को विक्रम विवि में स्थिति महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने मुंह पर काला कपड़ा बांध कर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में दक्षिण विधानसभा से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
क्या है मामला
प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह की अनुशंसा पर जिलास्तरीय विद्युत सलाहकार समिति का गठन हुआ। इसमें जयसिंह दरबार को सदस्य बनाया गया है। दरबार विधानसभा चुनाव में दक्षिण से बागी हो गए थे। इन्होंने करीब 20 हजार मत से कांग्रेस का पूरा खेल बिगाड़ दिया था। इससे कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के लोगों ने जमकर भड़ास निकाली है। इसी के साथ राजनीति स्वार्थ के चलते बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता दबी जुबां में निर्णय लेेने वालों को कोस रहे है।
विद्युत सलाहकार समिति के गठन से कांग्रेस में फैला विरोध का करंट
खुलकर आ गए वरिष्ठ के समर्थक
दक्षिण विधानसभा से चुनाव लडऩे वाले राजेंद्र वरिष्ठ के समर्थक खुलकर सामने आ गए है। दरअसल, नियुक्ति के बाद बड़ी संख्या में पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करने वाले कार्यकर्ताओं ने पोस्ट की। इससे विरोध को हवा मिली और संगठन पर दबाब बना। इसके बाद माहौल बनता देख वरिष्ठ समर्थक मैदान में कूद गए। इससे बाद दरबार के साथ सज्जन सिंह की भी किरकिरी हो रही है।