जानिए क्यों है विशेष दोपहर में महाकाल की भष्मार्ती... दर्शन से होती मनोकमाना पूरी

हजारों की संख्या में भक्तों ने किए दर्शन



उज्जैन। विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर में परंपरा अनुसार आज (शिवरात्री के दूसरे दिन) दोपहर में भस्म आरती की गई। महाकाल में दिन की भस्म आरती वर्ष में केवल एक बार ही होती है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु उज्जैन आते हैं। बाबा महाकाल की भस्मारती के दौरान हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
सेहरा दर्शन से होगी मनोकामना पूरी 
बाबा महाकाल में आस्था और श्रद्धा के चलते लाखों की संख्या में भक्त सेहरा दर्शन करने के लिए पहुंचते है। मान्यता है कि सेहरा दर्शन करने से मनोकामना पूरी होती है। बता दे कि इससे पहले सुबह महाकाल को दूल्हे के रूप में करीब  क्विंटल फूलों का सेहरा बांध कर सजाया गया। शिवरात्रि महापर्व के चलते सप्ताहभर से महाकाल मंदिर में लम्बी-लम्बी कतार में श्रद्धालु नजर आए। महाशिवरात्रि का पर्व देश भर में मनाया जाता है, परन्तु बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में इस पर्व की बात ही कुछ खास है। यहां (महाकाल ) के आंगन में शिव विवाह अर्थात महाशिवरात्रि की धूम रहती है। यह आयोजन ९ दिन का होता है।