मध्य प्रदेश से पहले अंतरराष्ट्रीय एंपायर बने डॉ. आशीष मेहता

मल्लखंब की अंतर्राष्ट्रीय अंपायर  परीक्षा  "ए" ग्रेड से उत्तीर्ण


उज्जैन. विश्व मल्लखंब फेडरेशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय अंपायर परीक्षा में मल्लखंब के तकनीकी विशेषज्ञ डॉ आशीष मेहता ने 85% अंकों के साथ मध्यप्रदेश के  पहले अंतरराष्ट्रीय  एंपायर  बनने का गौरव प्राप्त किया । डॉ मेहता 2022 तक इस प्रतिष्ठित पद पर बने रहेंगे।


यह जानकारी मध्यप्रदेश मल्लखंब एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री मनोहर सिंह डोडिया ने संयुक्त कि अंतरराष्ट्रीय अम्पायर के चयन हेतु  विभिन्न विडियो कॉन्फ्रेंसिंग सैशन के पश्चात ऑनलाइन परीक्षा आयोजित गई, जिसमे भारत सहित अमेरिका, जापान, इंग्लैंड, जर्मनी,चीन,फ्रांस, मलेशिया, सिंगापुर, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया,वियतनाम,स्पेन, दुबई, ईरान तथा बांग्लादेश के तकनीकी विशेषज्ञ सम्मिलित हुए।


उपलब्धियो की लंबी लिस्ट


मध्यप्रदेश को कई गौरवमयी उपलब्धिया दिलाने वाले डॉ आशीष मेहता ने 80 और 90 के दशक में खिलाड़ी के रूप में स्वर्णिम उपलब्धियां प्राप्त कर की। डॉ मेहता की गौरवमयी उपलब्धियों को  सम्मान देते हुए 1994-95 में मध्यप्रदेश शासन द्वारा इन्हें राज्य के सर्वोच्च खेल अलंकरण विक्रम अवार्ड से सम्मानित किया गया। वही डॉ मेहता ने अपने श्रेष्ठ प्रशिक्षण के माध्यम से  राष्ट्रीय स्तर के कई उम्दा खिलाड़ी मध्य प्रदेश को दिए । साथ ही 100 से अधिक राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में एंपायर की भूमिका का निर्वहन कर मल्लखंब की यश- कीर्ति  बढ़ाने में अहम रोल अदा किया है। डॉ आशीष मेहता ने मध्य प्रदेश शासन की ओर से मल्लखंब नीति के निर्माण, मध्यप्रदेश में मल्लखंब प्रशिक्षकों की नियुक्ति के नियम तथा मल्लखंब को मध्यप्रदेश के राजकीय  खेल के रूप में सम्मिलित कराने सहित मल्लखंब फेडरेशन ऑफ इंडिया में विभिन्न पदों पर रहते हुए मल्लखंब के विकास एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। डॉ मेहता के नेतृत्व में मल्लखंब खिलाड़ियों ने विभिन्न चैनलों पर आयोजित टैलेंट शो में भारत में सर्वाधिक पुरस्कार अर्जित किए हैं । मल्लखंब पर विश्व की पहली हिंदी पुस्तक "भारत का प्राचीन खेल  मल्लखंब" के लेखक डॉ आशीष मेहता के प्रयासों से मल्लखंब को भारत ही नहीं वरन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च स्थान प्राप्त हुआ। डॉ मेहता को 2006 में मध्य प्रदेश शासन द्वारा शिखर खेल अलंकरण "विश्वामित्र अवॉर्ड" , 1996 में भारत सरकार द्वारा स्पोर्ट्स टैलेंट फेलोशिप अवार्ड व मध्यप्रदेश शासन द्वारा  "उत्कृष्ठ खिलाड़ी" सहित कई राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय अलंकरणों से सम्मानित किया जा चुका है।