10 लाख नगद, लाखों के आभूषण, दो बैंकों में लॉकर, प्लाटों की जानकारी मिली
उज्जैन- सेठी नगर स्थित सहकारिता विभाग के सीनियर ऑडिट इंस्पेक्टर के घर सुबह 6 बजे लोकायुक्त डीएसपी की टीम ने छापा मारा। टीम को मौके से करीब १० लाख रूपए नकदी और लाखों रूपए के आभूषण, दो बैंक में लॉकर व प्लाट की जानकारी मिली हैं। बता दे कि सहकारिता विभाग में ऑडिट के लिये आने वाली दर्जनों फाइलें भी घर से बरामद हुईं हैं। जिनकी जांच जारी है। 40 साल की नौकरी में करोड़ों की संपत्ति सहकारिता विभाग के सीनियर ऑडिटर इंस्पेक्टर निर्मल कुमार राय विभाग में काम करते हुए ४० साल हुए हैं। अधिकारी उनको मिले वेतन और जांच के बाद मिली आय से अधिक संपत्ति का आंकलन किया जा रहा है। वर्ष 2009 के बाद उनके बेटे नौकरी व अन्य कार्यों में लगे हैं। महज 10 वर्ष के अंतराल में राय द्वारा करोड़ों की संपत्ति जुटा लेना जांच के दायरे में आता है।
कोर्ट ने जारी किया छापे का वारंट
लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा ने बताया कि सहकारिता विभाग के सीनियर ऑडिट इंस्पेक्टर निर्मल कुमार राय के पास आय से अधिक संपत्ति की जानकारी मिलने के बाद कोर्ट से जांच के लिये वारंट जारी कराया गया। सुबह 6 बजे डीएसपी शर्मा अपनी टीम के साथ निर्मल कुमार राय के घर पहुंचे। तीन मंजिला भव्य मकान की तलाशी में 10 लाख रुपये नगद, लाखों रुपये कीमत के सोने-चांदी के आभूषण, दो बैंकों में लॉकर और दो प्लॉटों के अलावा एक कीमती हुंडई कार, 5 मोटर सायकलों की जानकारी मिली है। घर में मिले आभूषणों का वजन कराने के बाद उनकी वास्तविक कीमत का पता चलेगा। छापे के समय घर में निर्मल कुमार राय के अलावा उनकी पत्नी, बेटा व बहू मौजूद थे। छापे के दौरान घर पर निर्मल राय का एक बेटा मिला जबकि एक बेटा गोवा घूमने गया था और दूसरा बेटा पुणे में नौकरी करता है। सहकारिता इंस्पेक्टर के घर जांच की कार्रवाई कर रही थी। उसी दौरान तीसरी मंजिल पर रहने वालीं कॉलेज की छात्राएं डीएसपी शर्मा के पास पहुंचीं और काम होने की वजह से घर से बाहर जाने की बात कहने लगीं। डीएसपी शर्मा ने छात्राओं से पूछा कि किराये के मकान का एग्रीमेंट किया होगा। कितना किराया प्रतिमाह देती हो। इस पर छात्राओं ने कहा कि एक छात्रा का एग्रीमेंट है। बाकि 5 छात्राओं से आंटी 1600 रुपये प्रति छात्रा के मान से किराया लेती थीं और डायरी में इंट्री करने के बाद साईन कराती थीं।