सोशल मीडिया पर माहौल : निगम चुनाव से पहले गुड्डू की वापसी ?

दिग्विजय सिंह को साधने की कोशिश, मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद सबसे बड़ी मुसीबत 



उज्जैन. कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद प्रेमचंद्र गुड्डू जितनी आसनी से पार्टी छोड़कर गए। अब उतनी ही मुसीबत वापस आने में हो रही है। गुड्डू लगातार पार्टी नेताओं के सम्पर्क में है। साथ ही उनकी वापसी कभी भी हो सकती है। ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे। दिग्विजय सिंह के जन्मदिन के अवसर पर उनका बधाई संदेश भी इसी माहौल का हिस्सा था, लेकिन पूरी संभावना यह है कि नगर निगम चुनाव से पहले गुड्डू की वापसी संभव नहीं है। 
वापसी  न चाहने वालों की लंबी लिस्ट
प्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों की गुड्डू की वापसी के पक्ष में नहीं है। वहीं उज्जैन के चारों विधायक हर मामले में एकजुटता दिखा रहे है। इसमें महेश परमार आरक्षित वर्ग से है और भविष्य की लंबी राजनीति देख रहे है। दूसरी तरफ प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और गुड्डू के संबंध जगजाहिर है। ऐसे में गुड्डू की वापसी की संभावना कोरी हवाबाजी है। 
समर्थकों को टूटने से बचने की कोशिश
प्रेमचंद्र गुड्डू काफी दमदारी से भाजपा में गए और जमकर कांग्रेसियों पर हमला बोला, लेकिन सरकार कांग्रेस की बन गई। इसके बाद गुड्डू वापस आने की कोशिश में शुरू हो गए। इधर, कांग्रेस में गुड्डू के समर्थकों ने अन्य नेताओं के डेरा जमा लिया, लेकिन समर्थकों को टूटने से बचाने के लिए सोशल मीडिया पर कैंपन शुरू कर दिया। ताकि समर्थकों की उम्मीद को जिंदा रखने की कोशिश है। सूत्रों की माने तो पाटी निगम चुनाव से पहले गुटबाजी को बढ़ावा नहीं देना चाहती है। इसी के चलते जयसिंह दरबार की नियुक्ति  पर विवाद होने पर तत्काल इस्तीफा कर लिया।