दक्षिण के बागी जयसिंह दरबार को मिला मौका, युवा कांग्रेसियों ने खोला मोर्चा
उज्जैन. मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र वि.वि. कं. लि. की जिला स्तरीय विद्युल सलाहकार समिति का गठन हुआ है। उज्जैन जिले की समिति का अध्यक्ष तराना से विधायक महेश परमार को बनाया गया है। इसी के साथ दो अशासकीय सदस्यों में रमेश्वरजी पिता धन्नालाल आंजना और जयसिंह पिता सौभागसिंह को बनाया गया है। बता दे कि जयसिंह दरबार विधानसभा चुनाव में दक्षिण से बागी हो गए थे। इन्होंने करीब 20 हजार मत से कांग्रेस का पूरा खेल बिगाड़ दिया था। अब उन्हें ही शासकीय समिति में मौका मिला है। इससे कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के लोगों ने जमकर भड़ास निकाली है। इसी के साथ राजनीति स्वार्थ के चलते बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता दबी जुबां में निर्णय लेेने वालों को कोस रहे है।
सदस्य बनाकर कौन है टारगेट पर
दरबार में निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस दौरान उनके प्रचार अभियान की थीम कांग्रेस विरोधी ही थी। पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान वह वापस आ गए। इसके बाद वह धीरे-धीरे अपनी सक्रियता बढ़ा रहे है और विरोध उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे है। ऐसे में शासकीय समिति में स्थान पाकर उन्होंने अपनी दमदारी दिखाई है, लेकिन जिन लोगों ने उन्हें अवसर दिया है। उनके दरबार की आड़ में किस पर निशाना साधा है। यह भी चर्चा तेजी से चल रही है। सूत्रों का कहना है कि दक्षिण में भावी नेताओं को रोकने के लिए दरबार का ब्रेकर लगाया गया है।
सोशल मीडिया पर विरोध का समर्थन
जयसिंह दरबार के विरोध में पोस्ट हुई। इन पोस्ट को काफी समर्थन मिल रहा है। हर कोई पार्टी विरोध कार्य करने वालों को तव्वजों दिए जाने का विरोध कर रहा है। इन पोस्ट पर कुछ लोग खुलकर लिख रहे है और विरोध में साथ देने की बात कर रहे है। इसी के साथ कुछ लोग अंगूठा दिखाकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है।