2 लाख वेतन वाले प्रोफेसरों पर चंद रूपयों की धांधली की शिकायत

टेंडर की स्वीकृत दरों के बावजूद अन्य जगह से खरीद रहे स्टेशनरी



उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय के दो लाख रूपए वेतन पाने वाले प्रोफेसरों के खिलाफ चंद रूपयों की धांधली का आरोप लगा है। यह शिकायत मेसर्स अकड़ वाला एसोसिएट्स के द्वारा की गई। बता दे कि उक्त फर्म के पास विवि में स्टेशनरी सप्लाय का ठेका है, लेकिन विवि के प्रोफेसर उक्त फर्म से स्वीकृत दरों की जगह अन्य लोगों से कोटेशन मांगा कर सामान खरीद रहे है। 
क्रय भण्डार नियमों का उल्लंघन 
फर्म के द्वारा विक्रम विवि कुलसचिव डीके बग्गा को शिकायत की है। इसमें आरोप लगाया है कि टेंडर के माध्यम से दर स्वीकृत होने के बावजूद अन्य लोगों से सामान खरीदा जा रहा है। यह सब कुछ विशेष फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहाहै। साथ ही यह मध्यप्रदेश क्रय भण्डार नियमों का उल्लंघन भी है। फर्म के जिम्मेदार ने अपनी शिकायत में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 
इनका कहना है। 
फर्म की तरफ से शिकायती आवेदन आया है। फर्म अभी भी सप्लाय के लिए योग्य है। यह दिखवाना पड़ेगा। 
डीके बग्गा, कुलसचिव।