विक्रम विश्वविद्यालय में नए कुलपति की नियुक्ति, सत्ता बदलने से बदल गए समीकरण
उज्जैन. कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते प्रदेशभर में कफ्र्यू लगा हुआ है। इसके कारण विश्वविद्यालय और कॉलेजों में ताला लटक गया है। वहीं आगामी गतिविधि भी प्रभावित हो रही है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण विक्रम विश्वविद्यालय (vikram university) के कुलपति (vice chancellor) पद पर नियुक्ति है। दरअसल, राजभवन ने नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। 9 अप्रैल तक आवेदन आंमत्रित किए गए है, लेकिन 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। इसी के साथ स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है। ऐसे में अब यह नियुक्ति आगे जाने की संभावना है।
Coronavirus : कोराना परिवार का सातवां वायरस नोवल कोराना, मचा रहा तबाही
सत्ता बदलने से बिगड़े समीकरण
विक्रम विश्वविद्यालय कुलपति नियुक्ति को लेकर कांग्रेस और भाजपा से जुड़े प्रोफेसर अपने स्तर पर लॉबिंग कर रहे है। कुछ समय पहले तक सरकार कांग्रेस की थी। इसलिए संभावना था कि प्रदेश में तीन विश्वविद्यालय में नियुक्ति होनी है। इसमें कई जगह कांग्रेसियों को अवसर मिलेगा, लेकिन अब कांग्रेस पक्ष के सभी विद्वान लॉकडाउन खुलने के बाद भी अपने घर ही बैठेगे। यह दौड़ से पूरी तरह बाहर हो गए है।Coronavirus : जानिए...छींक के बाद कितने फीट वातावरण होता है दूषित
संगठन के मुखिया की पसंद
वर्तमान में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष (Vishnudutt Sharma) एबीवीपी (abvp) की राजनीति से आए है। उनका प्रदेश के उच्च शिक्षा की राजनीति में खासा दखल है। साथ ही उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय से भी जुड़ाव है। ऐसे में वह इस नियुक्ति में भी हस्ताक्षेप कर सकते है। उनके जुड़े कई लोग आवेदन कर चुके है और दावेदारी में दम भर रहे है।