राज्यसभा चुनाव : अब चुनाव लडऩे पर संशय, नौकरी से इस्तीफे पर हुई खींचतान
भोपाल. मध्यप्रदेश में राजनीतिक उठापटक जारी है। एकतरफ राज्यसभा के चुनाव है। इसमें तीन सीट पर पांच दावेदार किस्मत आजमा रहे है। दूसरी तरफ प्रदेश की सरकार दांव पर लगी है। कांग्रेस (congress) और बीजेपी (bjp) दोनों की खुद के पास बहुमत होने का दावा कर रहे है। ऐसे में राज्यसभा के भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और डॉ. सुमेर सिंह सोंलकी (dr. sumer singh solanki) के नामांकन पर लगी आपत्ति से हलचल और बढ़ गई। बता दे कि डॉ. सुमेर सिंह सोंलकी शासकीय बड़वानी कॉलेज के इतिहास विभाग में पदस्थ थे। राजपात्रित अधिकारी होने के चलते उनका इस्तीफा उच्च शिक्षा विभाग को स्वीकृत करना था। वह 14 मार्च को हो भी गया। इस इस्तीफे के साथ ही उनकी भविष्य की पेंशन व्यवस्था भी खत्म हो गई, क्योंकि उनकी सेवाकाल की अवधि २० वर्ष से कम थी। इधर, अब चुनाव लडऩे पर संशय बना हुआ है।
दिग्विजय ने लगाई सिंधिया पर आपत्ति
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से राज्यसभा के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने भाजपा प्रत्याशी और कांग्रेस के पूर्व कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नामांकन पर आपत्ति लगाई। दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी फूलसिंह बरैया ने डॉ. सुमेर सिंह के आवेदन पर आपत्ति लगाई। इन दोनों आपत्ति पर मंगलवार को विचार होना है। इन आपत्ति पर अंतिम निर्णय के बाद चुनाव की स्थिति स्पष्ट हो सकेंगी। सोशल मीडिया पर लगातार कांग्रेस खेमे के लोगों के द्वारा दावा किया जा रहा है कि सिंधिया के आवेदन में काफी खांमी है।