विक्रम विवि इंजीनियरिंग संस्थान के डायरेक्टर पर लगाया था प्रताडऩा का आरोप
उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान (एसओईटी) के निदेशक उमेश सिंह पर चार महिला अतिथि विद्वानों ने प्रताडि़त किए जाने का आरोप लगाया था। अतिथि विद्वानों ने थाने में आवेदन दिया। पुलिस जांच में लगी थी। इसी बीच अतिथि विद्वान न्यायालय पहुंच गई। यहां पर उन्होंने पुलिस को एफआईआर करने के आदेश दिए जाने की याचिका लगाई, लेकिन वह याचिका खारिज हो गई। बता दे कि इसी याचिका में उमेश सिंह ने भी महिला का नार्को टेस्ट करवाने की मांग कर दी थी। ऐसे में अब एक बार फिर अतिथि विद्वानों का दावा कमजोर पड़ता नजर आ रहा है।
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शुरू से ही संदेहस्पद है मामला
विक्रम विवि के इंजीनियरिंग संस्थान के निदेशक उमेश सिंह और अतिथि विद्वानों के बीच लंबे समय से टकराव चल रहा है। इसमें पीछे कारण काम का विभाजन है। करीब छह माह से चल रहे विवाद के बीच एक फरवरी को एक बैठक हुई। इस बैठक में हुई चर्चा के बाद अतिथि विद्वानों ने आरोप लगा दिए। इस पूरे विवाद में कांग्रेस नेता रवि शुक्ला भी अतिथि विद्वानों की तरफ से उतरे थे। हालांकि प्रकरण संदेहस्पद होने का लाभ ही उमेश सिंह को मिल रहा है।
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विवि कर सकती है कार्रवाई
शिकायत पर अभी प्रारंभिक जांच और कार्रवाई हो रही है। मामला अभी न्यायालय में आगे भी जा सकता है। अगर शिकायत भविष्य में झूठी पाई जाती है। तो विवि प्रशासन अतिथि विद्वानों के ऊपर कार्रवाई कर सकता है।