यूनिवर्सिटी एग्जाम से जुड़ा पत्र वायरल, दो लाख छात्रों में हड़कंप

विक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन की अपील :  किसी भी अफवाह पर ध्यान न दे छात्र, सोशल मीडिया पर बिना परीक्षा पास किए जाने का पत्र  



उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय (vikram university) की वार्षिक स्तर की परीक्षाओं को कोराना वायरस (Coronavirus) के कारण हुए लॉकडाउन (lockdown)  के चलते स्थगित कर दिया गया है। यह परीक्षा धारा 144 खत्म होने के बाद शासन से आदेश मिलने पर पुन: शुरू होगी, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर एक घोषणा पत्र वायरल हुआ। इसमें लिखा है कि अभी तक हो चुके प्रश्रपत्रों के आधार पर विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार किया जाएगा और छात्रों को जनरल प्रमोशन मिलेगा। यह पत्र छात्रों के बीच पहुंचा। तो हड़कंप मच गया। यह सूचना जब अधिकारियों को मिली। तो उन्होंने तत्काल ऐसे असमाजिक तत्व के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 



                                     ये है फर्जी है लेटर
फर्जी है लेटर : डीएसडब्ल्यू 
विक्रम विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष छात्र कल्याण (dsw) डॉ. आरके अहिरवार का कहना है कि एक छात्र के द्वारा यह पत्र भेजा गया गया। इसके बाद तत्काल जांच की। यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है। कुलपति जी (डॉ. बालकृष्ण शर्मा) के संज्ञान में मामला आ गया है। कुलसचिव द्वारा फर्जी लेटर वायरल करने वालों को खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। 


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शेष प्रश्रपत्र होंगे आयोजित 
विक्रम विवि की परीक्षा 5 अप्रैल से शुरू हुई। करीब 15 अप्रैल तक के सभी प्रश्रपत्र संचालित हो चुके है। इसके बाद शासन ने परीक्षा स्थगित कर दी। पूर्व पत्र के अनुसार अभी 31 मार्च तक रोक है। अगर सब कुछ ठीक रहा। तो अप्रैल माह में शेष रह चुके प्रश्रपत्रों के लिए टाइमटेबल जारी कर दिया जाएगा। 


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इनका कहना है। 
 सभी विद्यार्थियों को सिर्फ विक्रम विश्वविद्यालय की बेवसाइट के माध्यम से प्रदान सूचनाओं पर ही विश्वास करना चाहिए। कोई भी पत्र व निर्देश बेवसाइट पर अपलोड होंगे। सूचना संबंधित महाविद्यालय को भी भेजी जाएगी। 
डॉ. बालकृष्ण शर्मा, कुलपति विक्रम विवि। 


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