मई में होगी परीक्षा, स्कैनर से होगी विद्यार्थियों की जांच, यूजीसी और राज्यपाल की तरफ से संकेत जनरल प्रमोशन संभव नहीं
उज्जैन. देश के उच्च शिक्षा संस्थान 25 मार्च से पूरी तरह से ठप हैं। शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक काम रोक कर परीक्षा स्थगित कर दी गई। विवि के लगभग सभी काम आगे-पीछे हो सकते हैं, लेकिन परीक्षाओं को लेकर शासन, अधिकारी और विद्यार्थी सभी चिंतित हैं। जनरल प्रमोशन देने सहित अन्य मांग उठाने लगी। यूजीसी ने एक कमेटी का गठन कर दिया। जो उक्त विषयों पर सुझाव देगी, लेकिन सभी जगह से मंथन में बात पूरी तरह से स्पष्ट हो गई है कि जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। विद्यार्थियों को कोरोना महामारी के बाद परीक्षा का सामना करना ही पड़ेगा। राज्यपाल ने प्रदेश के कुलपतियों से वीडियो काॅन्फ्रेस में चर्चा के दौरान जनरल प्रमोशन की बात पर परीक्षा होने का इशारा किया हैं।
15 मई के बाद अंतिम वर्ष की परीक्षा
यूजीसी के द्वारा लगातार कई कमेटी वर्तमान परिस्थितियों पर विचार कर सुझाव देगी। कुछ कमेटियों के सुझाव आ भी गए। जानकारी के अनुसार 3 मई को लाॅकडाउन खुलेगा। इसके बाद शासन से प्राप्त निर्देशों के आधार पर गैर शैक्षणिक काम शुरु किया जाएगा। इसके बाद अगर परिस्थिति सामान्य रही, तो परीक्षा की तैयारी होगी। बता दे कि पहले सिर्फ स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के अंतिम वर्ष की परीक्षा करवाई जाएगी। इससे केंद्रों पर छात्र संख्या कम होगी। व्यवस्था आसानी से हो सकेगी।
केंद्रों पर बढ़ेगी छात्रों की दूरी
लाॅक डाउन खुलने के बाद भी परीक्षाओं पर पूरी तरह से कोरोना का साया होगा। सभी परीक्षा केंद्रों को सेनेटाइज किया जाएगा। सामान्य स्कैनर की व्यवस्था केंद्रों पर रहेगी। ताकि विद्यार्थियों का प्रारंभिक तौर पर परीक्षण किया जा सकें। विद्यार्थियों के बीच एक टेबल का अंतराल रहेगा। मास्क भी प्रयोग में लाने के लिए कहा जाएगा। छात्रों को समूह में खड़ा भी नहीं होने दिया जाएगा।
इनका कहना है।
अभी अधिकृत पत्र नहीं आया हैं। लाॅकडाउन खत्म होने के बाद परीक्षा होगी। पहले अंतिम वर्ष की परीक्षाओं पर ध्यान रहेगा। ताकि छात्रों के आगे के प्लान प्रभावित नहीं हों। अन्य तैयारी शासन के निर्देशों के अनुरुप होगी।
डीके बग्गा कुलसचिव